Facts About Shodashi Revealed
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Shodashi’s mantra encourages self-willpower and mindfulness. By chanting this mantra, devotees cultivate bigger Manage around their thoughts and actions, resulting in a more aware and purposeful method of life. This reward supports own development and self-discipline.
इस सृष्टि का आधारभूत क्या है और किसमें इसका लय होता है? किस उपाय से यह सामान्य मानव इस संसार रूपी सागर में अपनी इच्छाओं को कामनाओं को पूर्ण कर सकता है?
Though the particular intention or significance of the variation may well fluctuate depending on individual or cultural interpretations, it could usually be recognized being an extended invocation in the put together Strength of Lalita Tripurasundari.
अष्टमूर्तिमयीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥८॥
If the Devi (the Goddess) is worshipped in Shreecharka, it is claimed for being the best type of worship with the goddess. You will discover sixty four Charkas that Lord Shiva gave to the people, along with various Mantras and Tantras. These got so the individuals could center on attaining spiritual Rewards.
यत्र श्री-पुर-वासिनी विजयते श्री-सर्व-सौभाग्यदे
षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी का जो स्वरूप है, वह अत्यन्त ही गूढ़मय है। जिस महामुद्रा में भगवान शिव की नाभि से निकले कमल दल पर विराजमान हैं, वे मुद्राएं उनकी कलाओं को प्रदर्शित करती हैं और जिससे उनके कार्यों की और उनकी अपने भक्तों के प्रति जो भावना है, उसका सूक्ष्म विवेचन स्पष्ट होता है।
वृत्तत्रयं च धरणी सदनत्रयं च श्री चक्रमेत दुदितं पर देवताया: ।।
श्रीचक्रवरसाम्राज्ञी श्रीमत्त्रिपुरसुन्दरी ।
कामेश्यादिभिराज्ञयैव ललिता-देव्याः समुद्भासितं
In case you are chanting the Mantra for a selected intention, generate down the intention and meditate on it five minutes just before commencing with the Mantra chanting and 5 minutes once the Mantra chanting.
यस्याः शक्तिप्ररोहादविरलममृतं विन्दते योगिवृन्दं
देवीं कुलकलोल्लोलप्रोल्लसन्तीं शिवां पराम् ॥१०॥
ಓಂ ಶ್ರೀಂ ಹ್ರೀಂ ಕ್ಲೀಂ ಐಂ ಸೌ: ಓಂ ಹ್ರೀಂ ಶ್ರೀಂ ಕ ಎ Shodashi ಐ ಲ ಹ್ರೀಂ ಹ ಸ ಕ ಹ ಲ ಹ್ರೀಂ ಸ ಕ ಲ ಹ್ರೀಂ ಸೌ: ಐಂ ಕ್ಲೀಂ ಹ್ರೀಂ ಶ್ರೀಂ